कायस्थ परिवार की एक पत्रिका प्रिंट फॉर्म मे पिछले ७५ सालो से प्रकशित हो रही हैं । पत्रिका को श्री आर सी श्रीवास्तव जी चलाते थे और गत वर्ष उनका निधन हो गया हैं । अब इस पत्रिका को उनके बेटे श्री अनुज कुमार जारी रखना चाहते हैं ।
इस पत्रिका मे हिन्दी और इंग्लिश के लेख छपते हैं । आप ब्लॉगर मे से जो भी कायस्थ ब्लॉगर अपनी कृतियाँ इस पत्रिका मे देना चाहता हैं वो अपना आलेख अनुज को kayasthaparivar@yahoo.com पर भेज सकते हैं । कोई भी पैसा इस कार्य के लिये नहीं दिया जा सकता हैं क्युकी पत्रिका बिना किसी अनुदान के एक परिवार के अथक परिश्रम से चल रही हैं ।
पत्रिका के सम्पादक का पता हैं
Kayastha Parivar, A-13, Brij Vihar, Gaziabad(U.P.) Ph.: 0120-३०१९०२८
आप सीधा उनसे संपर्क करके इस पत्रिका के लिये अपनी बहुमूल्य रचनाये भेज सकते हैं ।
इस के अलावा आप मे से वो जितने भी कायस्थ मित्र इस ब्लॉग से जुड़ कर अपने चुने हुए लेख इस पर देना चाहे वो कमेन्ट मे मुझ से संपर्क कर सकते हैं । उसके पश्चात आप जो भी पोस्ट यहाँ पुब्लिश करेगे वो पत्रिका के अगले अंक मे अपने आप आ जायेगे ।
लेख हिन्दी और इंग्लिश दोनों मे चाहिये । जो लोग कायस्थ समाज से जुड़ना चाहते हैं वो भी श्री अनुज कुमर जी से संपर्क कर सकते हैं । इस पत्रिका की वेब साईट का लिंक भी हैं आप देखे और अपना सहयोग दे ।
धन्यवाद
रचना
Monday, November 30, 2009
Sunday, November 29, 2009
जिन ब्लॉगर मित्रो ने इस ब्लॉग की सदस्यता ले ली हैं उनसे निवेदन हैं .....
कायस्थ परिवार पत्रिका
जिन ब्लॉगर मित्रो ने इस ब्लॉग की सदस्यता ले ली हैं उनसे निवेदन हैं की अपने आलेख { कविता , कहानी , लेख , या कायस्थ समाज से सम्बंधित लेख } इस ब्लॉग पर डालना शुरू करदे ।
आप के लेखक इस के बाद प्रिंट फॉर्म मे यही से पत्रिका के लिये ले लिये जायेगे ।
लेख के नीचे आप अपनी अनुमति भी दे दे की आप को इस लेख को कायस्थ परिवार पत्रिका मे छापने से कोई आपत्ति नहीं हैं ।
सादर
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लेख के नीचे आप अपनी अनुमति भी दे दे की आप को इस लेख को कायस्थ परिवार पत्रिका मे छापने से कोई आपत्ति नहीं हैं ।
सादर
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कायस्थ परिवार पत्रिका
कायस्थ परिवार की एक पत्रिका प्रिंट फॉर्म मे पिछले ७५ सालो से प्रकशित हो रही हैं । पत्रिका को श्री आर सी श्रीवास्तव जी चलाते थे और गत वर्ष उनका निधन हो गया हैं । अब इस पत्रिका को उनके बेटे श्री अनुज कुमार जारी रखना चाहते हैं ।
इस पत्रिका मे हिन्दी और इंग्लिश के लेख छपते हैं । आप ब्लॉगर मे से जो भी कायस्थ ब्लॉगर अपनी कृतियाँ इस पत्रिका मे देना चाहता हैं वो अपना आलेख अनुज को kayasthaparivaar@yahoo.com पर भेज सकते हैं । कोई भी पैसा इस कार्य के लिये नहीं दिया जा सकता हैं क्युकी पत्रिका बिना किसी अनुदान के एक परिवार के अथक परिश्रम से चल रही हैं ।
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Kayastha Parivar, A-13, Brij Vihar, Gaziabad(U.P.) Ph.: 0120-३०१९०२८
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इस के अलावा आप मे से वो जितने भी कायस्थ मित्र इस ब्लॉग से जुड़ कर अपने चुने हुए लेख इस पर देना चाहे वो कमेन्ट मे मुझ से संपर्क कर सकते हैं । उसके पश्चात आप जो भी पोस्ट यहाँ पुब्लिश करेगे वो पत्रिका के अगले अंक मे अपने आप आ जायेगे ।
लेख हिन्दी और इंग्लिश दोनों मे चाहिये । जो लोग कायस्थ समाज से जुड़ना चाहते हैं वो भी श्री अनुज कुमर जी से संपर्क कर सकते हैं । इस पत्रिका की वेब साईट का लिंक भी हैं आप देखे और अपना सहयोग दे ।
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कायस्थ परिवार पत्रिका
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इस पत्रिका मे हिन्दी और इंग्लिश के लेख छपते हैं । आप ब्लॉगर मे से जो भी कायस्थ ब्लॉगर अपनी कृतियाँ इस पत्रिका मे देना चाहता हैं वो अपना आलेख अनुज को kayasthaparivaar@yahoo.com पर भेज सकते हैं । कोई भी पैसा इस कार्य के लिये नहीं दिया जा सकता हैं क्युकी पत्रिका बिना किसी अनुदान के एक परिवार के अथक परिश्रम से चल रही हैं ।
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Saturday, November 28, 2009
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कायस्थ परिवार की एक पत्रिका प्रिंट फॉर्म मे पिछले ७५ सालो से प्रकशित हो रही हैं । पत्रिका को श्री आर सी श्रीवास्तव जी चलाते थे और गत वर्ष उनका निधन हो गया हैं । अब इस पत्रिका को उनके बेटे श्री अनुज कुमार जारी रखना चाहते हैं ।
इस पत्रिका मे हिन्दी और इंग्लिश के लेख छपते हैं । आप ब्लॉगर मे से जो भी कायस्थ ब्लॉगर अपनी कृतियाँ इस पत्रिका मे देना चाहता हैं वो अपना आलेख अनुज को kayasthparivaar@yahoo.com पर भेज सकते हैं । कोई भी पैसा इस कार्य के लिये नहीं दिया जा सकता हैं क्युकी पत्रिका बिना किसी अनुदान के एक परिवार के अथक परिश्रम से चल रही हैं ।
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